Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
Chalisa can be a forty-verse prayer devoted to a certain Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the acts and deeds with the deities. It has verses praying towards the Lord for ending sorrow inside our life and provides peace, health, and prosperity.
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
So, we can undoubtedly choose out couple of minutes from our fast paced schedule and pray to Lord Shiva. The most significant spotlight of Shiva Chalisa is the fact it could be recited by equally youthful and outdated. It could be taken up by men and also Girls. Reciting Shiva Chalisa hardly will take few minutes. It may finished even inside your residences.
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। Shiv chaisa अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।
Chanting of Shiva Chalisa is done by the devotees in an effort to make sure you and get the blessings in their beloved deity – Lord Shiva.